

*धनतेरस पूजा विधि। 25 अक्टूबर 2019 शुक्रवार* *-(घर में धन-धान्य वृद्धि और सुख शांति के लिए)* *दिवाली से पहले धनतेरस पर पूजा का विशेष महत्व होता है।* *इस दिन धन और आरोग्य के लिए भगवान धन्वंतरि-भगवान महामृत्युंजय शिव और लक्ष्मी तथा कुबेर की पूजा की जाती है। साथ ही में धन कमाने के और उसके सदुपयोग की सद्बुद्धि के लिए गायत्री और गणेश के मंत्रों की पूजा की जाती है।* *१-गुरु आवाहन मंत्र* *२-गणेश आवाहन मंत्र* *३-लक्ष्मी गायत्री मंत्र* *४-दीपदान मंत्र* *५-24 बार गायत्री मंत्र जप करें* *६-तीन बार महामृत्युंजय मंत्र करें* *७-तीन बार लक्ष्मी गायत्री मंत्र करें* *८-तीन बार गणेश गायत्री मंत्र करें* *९-तीन बार आरोग्य देवता धन्वंतरी मंत्र करें* *१०-तीन बार कुबेर गायत्री करें* *११-फिर शांति पाठ करें* *इसमें दीपक जलाने से* *नकारात्मक ऊर्जा ओं का समन कर सकारात्मक देवी शक्तियों को घर में प्रवेश देता है। घर के मुख्य द्वार पर दोघी या सरसों या तिल के तेल का दीपक एक तुलसी के पास एक रसोई घर में और एक बड़ा मुख्य दीपक सूर्यास्त के बाद जलाकर रख दें। फिर उसके बाद कलश स्थापना कर पूजन करें दीप यज्ञ/दीपदान के बाद घर की तिजोरी/लैपटॉप/बैंक की पासबुक इत्यादि का पूजन अवश्य करें।* *धनतेरस पूजा हुआ दीपदान का मुहूर्त:* *25 अक्टूबर 2019 दिन शुक्रवार* *मुहूर्त: साय 7: 10 से 8: 15 तक* *अवधि: 1 घंटे 5 मिनट* *प्रदोष काल: साय 5: 42 से 8: 15 तक* *प्रसव काल: साय 6: 51 से 8: 47 तक* *यह पूजा वृषभ लग्न में ही की जानी चाहिए तभी धन की सुख शांति की वृद्धि होगी*।
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