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मंगल का सिंह राशि में गोचर, जानिए अपनी राशि पर...

2019-08-09T17:07:37
Shiv Shakti Jyotish
मंगल का सिंह राशि में गोचर, जानिए अपनी राशि पर...

मंगल का सिंह राशि में गोचर, जानिए अपनी राशि पर असर- वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह को देवताओं का सेनापति कहा गया है। यही वजह है कि यह निडर और साहसी ग्रह माना जाता है। मंगल ग्रह व्यक्ति की जीवन ऊर्जा का परिचायक है और जीवन को चलाने के लिए सभी कार्यों के लिए ऊर्जा प्रदान करने का कार्य इसी के द्वारा होता है। यदि आपका मंगल प्रबल है तो आपको शनि, राहु, केतु आदि के बुरे प्रभावों से बचाने में मदद करता है। मंगल को धरतीपुत्र भी कहा जाता है और यही कारण है कि प्रॉपर्टी खरीदने के लिए व्यक्ति की कुंडली में मंगल की मजबूत स्थिति अत्यंत आवश्यक है। इसके अतिरिक्त रियल एस्टेट का काम करने वाले लोगों के लिए मंगल का मजबूत होना फायदे की बात है। वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को क्रूर ग्रह माना गया है क्योंकि है अग्नि तत्व का प्रधान ग्रह है। प्राणियों का जीवन बनाए रखने में भी मंगल ग्रह की अहम भूमिका है क्योंकि यह आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है जो व्यक्ति को सभी कार्य करने में मदद करती है। यदि आप मैनेजर बनना चाहते हैं या मैनेजमेंट की पढ़ाई करना चाहते हैं उसके लिए भी मंगल का अनुकूल अवस्था में आपकी कुंडली में स्थित होना आवश्यक है। आमतौर पर माना जाता है कि मंगल एक अशुभ ग्रह है जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। युद्ध का देवता कहा जाता है इसलिए शारीरिक ऊर्जा, अहंकार, वीरता, साहस और आत्मविश्वास जैसे गुणों को प्रदान करता है। यदि मंगल अशुभ हो जाए तो व्यक्ति जिद्दी और घमंडी होकर दुर्घटनाओं से युक्त होता है और उसे चोट आदि का भय रखता है और कभी-कभी सर्जरी तक करानी पड़ जाती है। एक अशुभ मंगल आपको अनियमित रक्तचाप की समस्या दे सकता है, जिसका असर आपके शरीर पर प्रतिकूल रूप से पड़ कर आपको अन्य बीमारियों में फंसा सकता है। जिस भी जातक की कुंडली में मंगल तीसरे, छठे, दसवें या ग्यारहवें भाव में होता है, ऐसा व्यक्ति सदैव आगे बढ़कर काम करता है और जीवन में उन्नति के शिखर तक पहुंचता है। इसके विपरीत पहले, चौथे, सातवें, आठवें और बारहवें भाव में हो तो व्यक्ति के जीवन में मंगल दोष उत्पन्न करता है और इसका सीधा प्रभाव व्यक्ति और उसके जीवन साथी और उनके दांपत्य जीवन पर पड़ता है। यदि आपकी जन्मकुंडली में मंगल अस्त अवस्था में अथवा अत्यंत कमजोर होकर बैठा है, तो आप डरपोक प्रवृत्ति के हो सकते हैं। मंगल को मजबूत बनाने के लिए आपको अपने भाइयों का सहयोग करना चाहिए और जब भी उन्हें आप की आवश्यकता हो आपको उनकी मदद करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त आप हनुमान चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं। *मंगल के गोचर का समय-* अब यही ऊर्जा का पावरहाउस ग्रह मंगल एक बार पुनः अपनी राशि परिवर्तन कर रहा है और अपनी नीच राशि कर्क से निकलकर मित्र राशि सिंह में 9 अगस्त 2019, शुक्रवार की सुबह 04:32 बजे गोचर किया। इस राशि में यह 25 सितम्बर 2019, बुधवार की प्रातः 05:56 बजे तक स्थित रहेगा। *मंगल का राजनीति पर प्रभाव-* मंगल का गोचर सिंह राशि में होगा जो कि हमारे देश भारत की राशि कर्क से दूसरे भाव की राशि है। ऐसे में राजनीति पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा और नेताओं के द्वारा कुछ ऐसी विरोधाभासी बातें की जा सकती हैं जो पारस्परिक सामंजस्य को बिगाड़ने का कार्य करें। ऐसे में कुछ नई समस्याएं सामने आ सकती हैं जिन से मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए। *मंगल के गोचर से देश पर पड़ेगा ऐसा असर -* इसके अलावा अगर अनुकूलता पर नजर डाली जाए तो मंगल का यह प्रभाव भारत की आर्थिक स्थिति को उन्नत बनाएगा और सरकार द्वारा कुछ कठिन निर्णय लेने की ओर इशारा कर रहा है जिसके कारण देश की आर्थिक स्थिति पहले के मुकाबले और भी अधिक सुदृढ़ हो जाएगी। कुछ समय के बाद सूर्य और शुक्र का गोचर भी सिंह राशि में हो जाएगा जिसके बाद सरकार काफी मजबूती से देश विरोधी ताकतों के विरुद्ध खड़ी होगी और अनेक चौंकाने वाली बातें देखने को मिलेंगी। *मंगल गोचर का शेयर बाज़ार पर प्रभाव* मंगल का अपनी मित्र राशि सिंह में गोचर करना स्वयं से संबंधित विभिन्न प्रकार के शेयरों के दामों में वृद्धि होने की संभावनादिखाता है। इसके परिणाम स्वरूप मशीनरी, गुड़, हल्दी, मुनक्का, सोना, लोहा, तांबा, तथा अन्य कीमती धातुएं, बिजली और गेहूं आदि के दामों में वृद्धि देखने को मिलेगी। *चलिए अब जानते हैं कैसा रहेगा 12 राशियों पर मंगल के सिंह राशि में हो रहे गोचर का विशेष प्रभाव:-* यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। मेष मंगल का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होने वाला है। काल पुरुष की कुंडली में यह भाव सिंह राशि का होता है। यह भाव कारक है आपकी विद्या, ज्ञान और संतान का। इस दौरान आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के लिए और आय प्राप्ति के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। वृषभ अपने धन की चर्चा बाहर के लोगों के साथ न करें। इस दौरान आप परिजनों के बीच सामंजस्य बिठाने का प्रयास करें और माता-पिता की सेहत का भी विशेष ध्यान रखें। कार्यक्षेत्र में जीवनसाथी को पदोन्नति मिलने की प्रबल संभावना है। मिथुन इस गोचरीय अवधि में आप छोटी दूरी की यात्राओं पर जा सकते हैं और आपको इन यात्राओं से फायदा होने की भी पूरी संभावना है। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में इस दौरान आपको विजय मिलेगी। इस राशि के जो जातक किसी खेल से संबंध रखते हैं उन्हें इस दौरान सकारात्मक परिणाम मिलने के पूरे आसार हैं। कर्क आपके द्वितीय भाव में मंगल के गोचर के चलते आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। इस दौरान आप धन की बचत कर पाने में सक्षम होंगे। इस भाव को आपकी वाणी का कारक माना जाता है। मंगल के गोचर के कारण आपकी वाणी में सिंहशता देखने को मिल सकती है। सिंह मंगल का गोचर आपकी ही राशि यानि आपके प्रथम भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान मेष राशि का होता है और इससे हम आपके स्वभाव, शारीरिक सुख, रंग रूप, आपकी योग्यता आदि के बारे में पता लगाते हैं। मंगल के गोचर के दौरान आपको अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना होगा। कन्या ज्योतिष में इस भाव को व्यय भाव भी कहा जाता है। इस भाव में मंगल के गोचर के दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होने के आसार हैं साथ ही कुछ लोगों को काम के सिलसिले में किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है। इस दौरान किसी भी तरह के नियम कानून को तोड़ने की कोशिश न करें यह आपको भारी पड़ सकता है। तुला मंगल देव आपकी राशि से एकादश भाव में गोचर करेंगे। इस भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है। इस भाव में मंगल का गोचर आपको अच्छे फल देगा। आपसे जुड़े लोग इस समय आपको फायदा पहुंचा सकते हैं और आपके मन में छुपी कोई इच्छा इस दौरान पूरी हो सकती है। जो लोग प्रेम में पड़े हैं वो किसी बात को लेकर अपने प्रियतम से झगड़ सकते हैं। वृश्चिक स राशि के कुछ जातकों को कार्यक्षेत्र में प्रमोशन मिल सकता है। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि किसी भी तरह की प्रगति मिलने से अपने अंदर घमंड न लाए। वो लोग जो अब तक बेरोज़गार हैं उन्हें नई जॉब मिल सकती है। धनु मंगल के इस गोचर के दौरान आपका नवम भाव सक्रिय रहेगा। नवम भाव से हम भाग्य, धर्म और पिता के बारे में विचार करते हैं। इस गोचर के चलते आपके मन में शांति का भाव रहेगा और आप कार्यक्षेत्र में पूरी लगन के साथ काम कर पाएंगे। हालांकि पारिवारिक जीवन में थोड़ा संभलकर चलना होगा। मकर आपके अष्टम भाव में मंगल देव गोचर करेंगे। इस भाव में मंगल के गोचर के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। संतुलित भोजन और व्यायाम आपको कई परेशानियों से दूर रख सकते हैं। इस दौरान आपके चोटिल होने की भी संभावना है इसलिए अगर वाहन चलाते हैं तो सतर्कता से चलाएँ। कुंभ मंगल के गोचर के दौरान आपको कार्यक्षेत्र में अच्छे फल मिलेंगे। आपके काम से खुश होकर आपका बॉस आपकी तारीफ़ करेगा और आपके प्रोमोशन होने के भी पूरे आसार हैं। वैवाहिक जीवन में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मीन मंगल देव आपकी राशि से षष्ठम भाव में संचरण करेंगे। इस भाव को शत्रु या अरि भाव भी कहा जाता है। इस दौरान आपको जीवन के कई क्षेत्रों में संघर्ष करना पड़ेगा। हालांकि आपकी कड़ी मेहनत हर बाधा को दूर कर देगी।

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