https://www.astrologerinindore.com
919425964795

*मारक ग्रह (शत्रु ग्रह) के उपाय* उपाय के चार प...

*मारक ग्रह
2021-04-15T00:55:36
Shiv Shakti Jyotish
*मारक ग्रह (शत्रु ग्रह) के उपाय*उपाय के चार प...

*मारक ग्रह (शत्रु ग्रह) के उपाय* उपाय के चार प्रकार होते हैं | १. जल प्रवाह करना २. दान करना ३. रत्न धारण करना ४. पाठ पूजन करना कुंडली का पूरी तरह विवेचन करने के बाद ही यह पता लगाया जा सकता है कि किस ग्रह का दान करना है I किस का रत्न धारण करना है और किस ग्रह का पाठ पूजन एवं जल प्रवाह करना है I जिस ग्रह का रत्न धारण किया जाता है, उस ग्रह का दान कभी नहीं किया जाता है I रत्न धारण करने का मतलब ही यह है कि उस गृह की किरणों को शरीर में बढ़ाना है I दान करने से यह किरणे कम होती हैं I किसी भी ग्रह से जुडी हुई वस्तु का जल प्रवाह करने से उस ग्रह का प्रभाव कम हो जाता है I पाठ पूजन, सिमरण, हवं, आरती, व्रत करने से भी ग्रह प्रसन्न होता है और अपना दुष्प्रभाव कम करता है I अपने शुभ प्रभाव बढ़ाता है I दान करके मारक ग्रह (शत्रु ग्रह) के प्रभाव को कम किया जा सकता है I सूर्य देव के उपाय (रविवार को करना है) सूर्य देव को जल देना तांबे का सिक्का जल प्रवाह करना शक्कर चींटियों को डालना ब्रह्म देव की उपासना करना माणिक जल प्रवाह करना सूर्य देव के वैदिक मंत्र का जाप करें वैदिक मंत्र: ऊँ सूर्याय नम: नोट:- पिता या पिता तुल्य व्यक्तियों से मधुर संबंध रखने से सूर्यदेव कुंडली में अच्छा प्रभाव देते हैं I चंद्र देव के उपाय: (सोमवार को करना है) दूध दान करना चावल दान करना मिश्री दान करना चीनी दान करना या चींटियों को डालना श्वेत वस्तु (वस्त्र, फूल) दान करना मोती दान या जल प्रवाह करना सोमवार को दूध या जल शिवलिंग पर चढ़ायें और शिव जी पूजा करें I चंद्र देव के वैदिक मंत्र का जाप करें I वैदिक मंत्र: ऊँ सों सोमाय नम: नोट:- माता या माता तुल्य स्त्रियों से मधुर संबंध रखना, उनसे आशीर्वाद लेना, उनकी सेवा करने से चंद्र देव प्रसन्न होते हैं I मंगल देव के उपाय: (मंगलवार को करना है) हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाना हनुमान जी को चोला चढ़ाना टमाटर का दान गाजर का दान अनार का दान रक्त दान लाल चीज का दान शक्कर चींटियों को डालना लाल सूखी मिर्च जल प्रवाह करना मूँगा जल प्रवाह करना हनुमान जी को पान के पत्ते चढना मंगल देव के वैदिक मंत्र का जाप करें वैदिक मंत्र: ऊँ भुं भौमाय नम: अथवा ऊँ अं अंगारकाय नम: नोट:- छोटे भाई या छोटे भाई तुल्य व्यक्ति से मधुर संबंध रखना, ख्याल रखने से मंगल देव प्रसन्न होते हैं I बुद्ध देव के उपाय (बुधवार को करना है) हरा चारा गाय को डालना खीरा दान करना पुदीना दान करना पन्ना जल प्रवाह करना बाज़रा पंछियों को डालना साबुत मूंगी का दान करना हरी वस्तु (वस्त्र, चूड़ियाँ इत्यादि) तुलसी का दान और सेवा किन्नरों को कुछ भी खाने को देना बुद्ध देव के वैदिक मंत्र का जाप करें I वैदिक मंत्र: ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ॥ (or) ऊँ गंग गणपतये नमः ! नोट:- छोटी कन्या, मौसी, बुआ, बहन, भाभी, ताई, चाची, मामी से मधुर संबंध रखने से बुध देव प्रसन्न होते हैं I बृहस्पति देव के उपाय (बृहस्पतिवार को करना है) शक्कर का दान या चींटियों को डालना बेसन के लड्डू का दान करना केले, हल्दी का दान करना केले क पेड़ को जल देना और सेवा करना चने की दाल का दान करना गेंदे का फूल मन्दिर में चढ़ाना धार्मिक और ज्ञानवर्धक पुस्तके बांटना, सुनेला जल प्रवाह करना नोट:- बुजुर्गो की सेवा करना, गुरूजनो का सम्मान करना, पिता या पिता तुल्य व्यक्तियों से मधुर संबंध रखना. बृहस्पतिवार को हल्दी की पीली गाँठे जल प्रवाह करें और बृहस्पति देव के वैदिक मंत्र का जाप करें वैदिक मंत्र: ऊँ बृं बृहस्पतये नम: शुक्र देव के उपाय : (शुक्रवार को करना है) चीनी दान करना चावल दान करना आटा दान करना सफ़ेद मिठाई (रसगुल्ला, छेना मुर्की, बर्फी) दान करना इत्र दान करना जरकन (ओपल) दान करना सौंदर्य प्रधान वस्तुओं का दान करना मिश्री दान करना नोट:- पत्नी, प्रेमिका के साथ मधुर संबंध रखना, स्त्रियों का आदर करना I हर शुक्रवार को कच्चे दूध (1/2 cup) से स्नान करें और शुक्र देव के बीजमंत्र का जाप करें I बीजमंत्र: ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः ॥ (or) ऊँ शुं शुक्राय नम: शनि देव के उपाय: (शनिवार को करना है) काले तिल दान करना/ चीटियों को डालना सरसों के तेल का दाल करना काली जुरावें दान करना पीपल के वृक्ष को जल देना पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों का दीपक जलाना काला वस्त्र का दान करना लोहे की वस्तुओं का दान करना (चिंता, तवा) नीली जल प्रवाह करना शनि चालीसा का दान करना कोयला दान करना/ जल प्रवाह करना जूता, चप्पल दान करना नोट:- निम्न स्तर का कर्मचारी (मजदूर, नौकर, कामवाली, भिखारी) के साथ सही व्यवहार रखने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं I शनिवार को शाम को 7 बजे के बाद (या) सोते समय 5-10 minutes शनि देव के बीजमंत्र का जाप करें बीजमंत्र:ऊँ शं शनैश्चराय नम: राहु देव के उपाय: (शनिवार को करना है) चाय की पत्ती दान करना अगरबत्ती दान करना सिक्का दान करना बिजली की तार जल प्रवाह करना गोमेद जल प्रवाह करना सतनाजा चीटियों को डालना काला सफ़ेद कम्बल दान करना विकलांगो की सहायता करना कुस्थश्रम में दान करना, नेत्रहीनों की सेवा करना I शनिवार को चाय की पत्ती (100gm), १ अगरबत्ती का पैकेट शनि देव के मंदिर के बाहर गरीबों को दान करें और देते समय राहु मंत्र “ॐ रां राहवे नमः” का जप करें I नोट: किसी भी प्रकार से शारीरिक असमर्थ लोगों का ख्याल रखने से राहु देव प्रसन्न होते हैं I रोजाना शाम को 7 बजे के बाद (या) सोते समय 5-10 minutes राहु देव के बीजमंत्र का जाप करें बीजमंत्र: ऊँ रां राहवे नम: केतु देव के उपाय: (मंगल, बुधवार को करना है) काला सफ़ेद कपड़ा दान करना निम्बू दान करना अमचूर दान करना आंवले का अचार दान करना चाकू दान करना कुत्ते की सेवा करना कुत्ते को कपड़ा पहनना नोट:- नानका परिवार से मधुर संबंध रखने से केतुदेव प्रसन्न होते हैं. रोजाना शाम को 7 बजे के बाद (या) सोते समय 5-10 minutes केतु देव के बीजमंत्र का जाप करें I बीजमंत्र: ऊं कें केतवे नम: उपाय में रिश्तों का महत्त्व: बहुत सारी कुण्डलियों में यह देखने में आया है कि लोग उपायों की ओर तो बहुत ध्यान ध्यान देते हैं और लाखो रूपये खर्च कर डालते हैं परन्तु तब भी उन्हें पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं हो पाता है जिस कारण से उनका जीवन कष्टमय ही रहता है ! क्यूंकि वे जातक ग्रहों के उपाय तो करते हैं परन्तु उन ग्रहों से सम्बन्धित रिश्तों को नहीं सम्भालते हैं ! रिश्तों को सम्मान देकर उस ग्रह को सही ढंग से स्वम के अनुकूल किया जा सकता है ! ग्रहों से सम्बन्धित रिश्तों का विश्लेषण निम्न प्रकार से है- 1. सूर्य देव: पिता, दादा, ताऊ, पिता तुल्य व्यक्ति आदि I 2. चंद्र देव: माता, चाची, ताई या घर की बड़ी उम्र की महिलाएं, माता तुल्य स्त्रियां आदि I 3. मंगल देव: छोटा भाई, छोटा भाई तुल्य व्यक्ति, मित्रो के छोटे भाई आदि I 4. बुध देव: कंजक (छोटी उम्र की कन्यायें), छोटी बहनें, मौसी, मामी, बुआ, घर की बेटियां, बहनें, अड़ोस-पड़ोस की स्त्रियां, बहन तथा बेटी तुल्य महिलाएं आदि I 5. बृहस्पति देव: गुरु, अध्यापक, धार्मिक प्रवचनकर्ता, शिक्षा देने वाले व्यक्ति, बड़ा भाई, पुत्र, पति, मित्रों के बड़े भाई, शिक्षित बुजुर्ग आदि I 6. शुक्र देव: प्रेमी – प्रेमिका का सम्बन्ध, पति-पत्नी का रिश्ता, कलाकार आदि I 7. शनि देव: कामवाली, झाडूवाली, कचरेवाली, भिखारी, नौकरीपेशा आदि I 8. राहु देव: अपंग व्यक्ति, कोढ़ी, वृद्ध भिखारी, अस्वस्थ व्यक्ति, शराबी, जुआरी, किसी भी प्रकार का नशा करने वाला आदि I 9. केतु देव: नानाका परिवार, समाज का त्याग कर चुके साधु-संत, घर का पालतू कुत्ता आदि l

Message Us

Keywords

gmओपलनोटताऊबुआcupतवाहवंजूतागुरुदादाकंजकभाभीमौसीचाचीजरकनआरतीमजदूरजुआरीपुत्रकोढ़ीशराबीबर्फीचिंतासिमरणप्रेमीअध्यापककामवालीकचरेवालीबड़ा भाईसोते समयरक्त दानरसगुल्लाझाडूवालीहरी वस्तुशत्रु ग्रहका जप करेंकलाकार आदिछोटी बहनेंछोटी कन्याबजे के बादअनार का दानगाजर का दानसफ़ेद मिठाईश्वेत वस्तुछेना मुर्कीअपंग व्यक्तिटमाटर का दानवृद्ध भिखारीदूध दान करनाआटा दान करनाऊँ सूर्याय नमखीरा दान करनानानाका परिवारचाकू दान करनाइत्र दान करनाघर की बेटियांपाठ पूजन करनानौकरीपेशा आदिचावल दान करनारोजाना शाम कोअमचूर दान करनालाल चीज का दानकोयला दान करनाचप्पल दान करनासिक्का दान करनाऊँ रां राहवे नमऊँ भुं भौमाय नमऊँ सों सोमाय नममिश्री दान करनाअस्वस्थ व्यक्तिशनि देव के उपायऊं कें केतवे नमॐ रां राहवे नमःनिम्बू दान करनापुदीना दान करनाचूड़ियाँ इत्यादिशनिवार को शाम कोमंगल देव के उपायकेतु देव के उपायराहु देव के उपायऊँ गंग गणपतये नमःऊँ शुं शुक्राय नमहल्दी का दान करनाशुक्र देव के उपायचंद्र देव के उपायसूर्य देव के उपायरविवार को करना हैबुधवार को करना हैसोमवार को करना हैकाले तिल दान करनाबुद्ध देव के उपायशनिवार को करना हैअगरबत्ती दान करनादान करके मारक ग्रहउनसे आशीर्वाद लेनामंगलवार को करना हैऊँ शं शनैश्चराय नमऊँ बृं बृहस्पतये नमशिक्षित बुजुर्ग आदिकुत्ते की सेवा करनानीली जल प्रवाह करनाधार्मिक प्रवचनकर्ताप्रेमिका का सम्बन्धमित्रों के बड़े भाईशुक्रवार को करना हैपति-पत्नी का रिश्ताबृहस्पति देव के उपायसूर्य देव को जल देनातुलसी का दान और सेवामाणिक जल प्रवाह करनागोमेद जल प्रवाह करनापन्ना जल प्रवाह करनामूँगा जल प्रवाह करनास्त्रियों का आदर करनाबुजुर्गो की सेवा करनाहरा चारा गाय को डालनासुनेला जल प्रवाह करनाकुत्ते को कपड़ा पहननाछोटी उम्र की कन्यायेंचाय की पत्ती दान करनाकाली जुरावें दान करनाचने की दाल का दान करनामित्रो के छोटे भाई आदिकुस्थश्रम में दान करनाछोटा भाई तुल्य व्यक्तिशनिवार को चाय की पत्तीशनि चालीसा का दान करनापिता तुल्य व्यक्ति आदिबृहस्पतिवार को करना हैगुरूजनो का सम्मान करनाअथवा ऊँ अं अंगारकाय नमनिम्न स्तर का कर्मचारीआंवले का अचार दान करनाघर का पालतू कुत्ता आदिसतनाजा चीटियों को डालनाविकलांगो की सहायता करनाबाज़रा पंछियों को डालनानेत्रहीनों की सेवा करनासाबुत मूंगी का दान करनाशक्कर चींटियों को डालनाकाला वस्त्र का दान करनाशिक्षा देने वाले व्यक्तिसरसों के तेल का दाल करनामाता तुल्य स्त्रियां आदिअड़ोस-पड़ोस की स्त्रियांहनुमान जी को चोला चढ़ानापीपल के वृक्ष को जल देनाहर शुक्रवार को कच्चे दूधब्रह्म देव की उपासना करनाकाला सफ़ेद कम्बल दान करनाकाला सफ़ेद कपड़ा दान करनाअपने शुभ प्रभाव बढ़ाता हैबेसन के लड्डू का दान करनामोती दान या जल प्रवाह करनाबिजली की तार जल प्रवाह करनाउपाय के चार प्रकार होते हैंउपाय में रिश्तों का महत्त्वलोहे की वस्तुओं का दान करनाहनुमान जी को सिन्दूर चढ़ानालाल सूखी मिर्च जल प्रवाह करनाहनुमान जी को पान के पत्ते चढनागेंदे का फूल मन्दिर में चढ़ानाबहन तथा बेटी तुल्य महिलाएं आदिसमाज का त्याग कर चुके साधु-संततांबे का सिक्का जल प्रवाह करनाकिन्नरों को कुछ भी खाने को देनाप्रेमिका के साथ मधुर संबंध रखनाके प्रभाव को कम किया जा सकता हैॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमःदान करने से यह किरणे कम होती हैंशक्कर का दान या चींटियों को डालनाताई या घर की बड़ी उम्र की महिलाएंॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमःसौंदर्य प्रधान वस्तुओं का दान करनाजिस ग्रह का रत्न धारण किया जाता हैचीनी दान करना या चींटियों को डालनाकेले क पेड़ को जल देना और सेवा करनाकिसी भी प्रकार का नशा करने वाला आदिमंगल देव के वैदिक मंत्र का जाप करेंधार्मिक और ज्ञानवर्धक पुस्तके बांटनाबुद्ध देव के वैदिक मंत्र का जाप करेंउस ग्रह का दान कभी नहीं किया जाता हैचंद्र देव के वैदिक मंत्र का जाप करेंminutes शनि देव के बीजमंत्र का जाप करेंख्याल रखने से मंगल देव प्रसन्न होते हैंminutes केतु देव के बीजमंत्र का जाप करेंminutes राहु देव के बीजमंत्र का जाप करेंपीपल के वृक्ष के नीचे सरसों का दीपक जलानाउनकी सेवा करने से चंद्र देव प्रसन्न होते हैंमाता या माता तुल्य स्त्रियों से मधुर संबंध रखनासूर्य देव के वैदिक मंत्र का जाप करें वैदिक मंत्रपिता या पिता तुल्य व्यक्तियों से मधुर संबंध रखनाके साथ सही व्यवहार रखने से शनिदेव प्रसन्न होते हैंमामी से मधुर संबंध रखने से बुध देव प्रसन्न होते हैंसे स्नान करें और शुक्र देव के बीजमंत्र का जाप करेंछोटे भाई या छोटे भाई तुल्य व्यक्ति से मधुर संबंध रखनाग्रहों से सम्बन्धित रिश्तों का विश्लेषण निम्न प्रकार से हैसोमवार को दूध या जल शिवलिंग पर चढ़ायें और शिव जी पूजा करेंनानका परिवार से मधुर संबंध रखने से केतुदेव प्रसन्न होते हैंव्रत करने से भी ग्रह प्रसन्न होता है और अपना दुष्प्रभाव कम करता हैकिस का रत्न धारण करना है और किस ग्रह का पाठ पूजन एवं जल प्रवाह करना हैरत्न धारण करने का मतलब ही यह है कि उस गृह की किरणों को शरीर में बढ़ाना हैरिश्तों को सम्मान देकर उस ग्रह को सही ढंग से स्वम के अनुकूल किया जा सकता हैकिसी भी प्रकार से शारीरिक असमर्थ लोगों का ख्याल रखने से राहु देव प्रसन्न होते हैंकिसी भी ग्रह से जुडी हुई वस्तु का जल प्रवाह करने से उस ग्रह का प्रभाव कम हो जाता हैअगरबत्ती का पैकेट शनि देव के मंदिर के बाहर गरीबों को दान करें और देते समय राहु मंत्रकुंडली का पूरी तरह विवेचन करने के बाद ही यह पता लगाया जा सकता है कि किस ग्रह का दान करना हैबृहस्पतिवार को हल्दी की पीली गाँठे जल प्रवाह करें और बृहस्पति देव के वैदिक मंत्र का जाप करेंपिता या पिता तुल्य व्यक्तियों से मधुर संबंध रखने से सूर्यदेव कुंडली में अच्छा प्रभाव देते हैंक्यूंकि वे जातक ग्रहों के उपाय तो करते हैं परन्तु उन ग्रहों से सम्बन्धित रिश्तों को नहीं सम्भालते हैंबहुत सारी कुण्डलियों में यह देखने में आया है कि लोग उपायों की ओर तो बहुत ध्यान ध्यान देते हैं और लाखो रूपये खर्च कर डालते हैं परन्तु तब भी उन्हें पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं हो पाता है जिस कारण से उनका जीवन कष्टमय ही रहता है

other updates

Book Appointment

No services available for booking.

Select Staff

AnyBody

Morning
    Afternoon
      Evening
        Night
          Appointment Slot Unavailable
          Your enquiry
          Mobile or Email

          Appointment date & time

          Sunday, 7 Aug, 6:00 PM

          Your Name
          Mobile Number
          Email Id
          Message

          Balinese massage - 60 min

          INR 200

          INR 500

          products False False +918042783835